दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 5 जुलाई
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने राज्य मंत्रिमंडल में शामिल किए गये पांच नये मंत्रियों को मंगलवार को विभाग आवंटित कर दिए, जबकि कुछ अन्य के विभागों में फेरबदल किया। मुख्यमंत्री ने अपने पास रहे कृषि सहित कुछ प्रमुख विभाग अन्य मंत्रियों को आवंटित कर दिए हैं। मुख्य रूप से गृह विभाग मुख्यमंत्री ने अपने पास ही रखा है। मान सरकार ने वरिष्ठ विधायकों के मुकाबले पहली बार जीतकर मंत्री बनने वालों पर अधिक भरोसा जताया है।
स्कूलों में लगातार औचक निरीक्षण कर रहे शिक्षा मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर को झटका देते हुए उनसे स्कूली शिक्षा विभाग वापस लेकर हरजोत बैंस को दे दिया गया है। मीत हेयर शासन सुधार, प्रिंटिंग और स्टेशनरी, विज्ञान प्रौद्योगिकी और पर्यावरण, खेल एवं युवा मामले, उच्च शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी संभालेंगे। मान सरकार में पहले से काम कर रहे सबसे युवा मंत्री हरजोत बैंस और पावरफुल हो गए हैं। वह जेल, खनन एवं भू-विज्ञान, जल संसाधन विभाग भी संभालते रहेंगे। हालांकि, पर्यटन एवं सांस्कृतिक मामले विभाग उनसे वापस ले लिया गया है।
वहीं, वित्त मंत्री हरपाल चीमा से सहकारिता विभाग वापस ले लिया गया है। अब उनके पास वित्त, योजना, कार्यक्रम कार्यान्वयन, उत्पाद शुल्क और कराधान विभाग रहेंगे। हाल ही में किसान आंदोलन के दौरान अहम भूमिका निभाने वाले कुलदीप सिंह धालीवाल को प्रमोट किया गया है। उन्हें ग्रामीण विकास, एनआरआई मामले विभाग के साथ-साथ कृषि और किसान कल्याण विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। पहले यह विभाग मुख्यमंत्री भगवंत मान के पास था। कुलदीप सिंह धालीवाल से पशु पालन व मत्स्य पालन विभाग वापस लेकर परिवहन मंत्री लालजीत भुल्लर को सौंप दिया गया है। भुल्लर के पास से हॉस्पिटैलिटी विभाग वापस ले लिया गया है। ब्रह्म शंकर जिंपा से जल संसाधन विभाग वापस ले लिया गया है।
डॉ. बलजीत कौर के विभागों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। वह पहले की तरह सामाजिक न्याय, अधिकारिता और अल्पसंख्यक, सामाजिक सुरक्षा, महिला और बाल विकास विभाग देखेंगी। हरभजन सिंह ईटीओ लोक निर्माण तथा ऊर्जा विभाग संभालते रहेंगे। लाल चंद कटारूचक्क भी पहले की तरह वन, खाद्य, आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले, वन्य प्राणी विभाग के मंत्री बने रहेंगे।