बरनाला, 12 अगस्त (निस)
सोमवार को बरनाला में शहीद किरणजीत कौर का 27वां यादगार समागम करवाया गया। इस मौके पर किरणजीत कौर यादगार कमेटी के कन्वीनर नारायण दत्त ने कहा कि किरणजीत कौर स्कूल में पढ़ने वाली लड़की थी जिसने जुल्म के आगे झुकने से मना कर दिया था। समाज के गलत लोगों ने उसकी हत्या कर दी थी। उन्होंने उससे गलत काम भी किया था। किरणजीत कौर महिला समाज के लिए संघर्ष का प्रतीक है। इस मौके पर राष्ट्रीय मजदूर नेता श्रेया घोष ने कहा कि सभी लोगों को एकजुट होकर जुल्म के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए। बता दें कि किरणजीत कौर बरनाला जिले के महलकलां गांव की रहने वाली थी। 1997 में वह 12वीं में पढ़ती थी लेकिन एक दिन वह अचानक लापता हो गई। उसके पिता एक सरकारी स्कूल में शिक्षक थे। उन्होंने बेटी की तलाश शुरू की लेकिन उसका पता नहीं चला। 2 अगस्त को एक एक्शन कमेटी का गठन किया गया, लेकिन 11 अगस्त को खेतों से उसका शव मिला था।