कुलदीप सिंह /निस
मोहाली, 22 अक्तूबर
मोहाली शहर ट्राईसिटी का कुछ हिस्सा होने के साथ-साथ पंजाब का अति महत्वपूर्ण शहर है और इसे पंजाब की आने वाले समय की राजधानी भी कहा जाता है। यही कारण है कि पंजाब के लगभग सभी बड़े विभाग मोहाली में अपना हेड क्वार्टर बना चुके हैं, पर साफ सफाई के मामले में मोहाली शहर बुरी तरह से पिछड़ गया है। वजह यह है कि मोहाली का कोई डंपिंग ग्राउंड ही नहीं है। इसलिए हर तरफ कूड़ा दिखाई देता है। मोहाली के कुछ सेक्टरों में रिसोर्स मैनेजमेंट सेंटर (आरएमसी) पॉइंट बने हुए हैं जहां पर पूरे शहर के अलग-अलग फेज़ एवं सेक्टरों का कूड़ा इकट्ठा किया जाता है। पहले यहां से कूड़ा मोहाली के डंपिंग ग्राउंड में जाता था पर कई महीनों से हाईकोर्ट और नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के निर्देशों पर यहां कूड़ा फेंकना बंद कर दिया गया है। यह आरएमसी पॉइंट मोहाली में रोजाना पैदा होने वाले सैकड़ों टन कूड़े को संभालने में फेल हैं।
मोहाली में मुख्य सड़कों की सफाई व्यवस्था मैकेनिकल स्वीपिंग द्वारा की जाती है पर बी सड़कों की मैकेनिकल सफाई अभी तक शुरू नहीं हो सकी क्योंकि इसके लिए अभी तक मशीने ही उपलब्ध नहीं हुईं। गमाडा द्वारा इन मशीनों के लिए 10 करोड़ रुपए नगर निगम को दिए जा चुके हैं।
आरएमसी पॉइंट्स का किया निरीक्षण : जीती सिद्धू
मोहाली नगर निगम के मेयर अमरजीत सिंह जीती सिद्धू से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि उन्होंने अधिकारियों को साथ लेकर आरएमसी पॉइंट्स का निरीक्षण किया है और सख्त निर्देश दिए गए हैं कि इस त्योहारी सीजन को देखते हुए साफ-सफाई लगातार की जानी चाहिए और इसकी साप्ताहिक रिपोर्ट करें।
मेयर दें अपने पद से इस्तीफा : विधायक कुलवंत
विधायक कुलवंत सिंह का कहना है कि नगर निगम पर मौजूदा सत्तासीन गुट ने शहर का भट्ठा बैठा दिया है और खासकर साफ-सफाई के मामले में शहर की हालत बहुत ख़राब है। यदि मेयर शहर की सफाई की भी जिम्मेदारी नहीं निभा सकते तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।