रविंदर शर्मा/निस
बरनाला, 2 जुलाई
राजनीति में कौन, कहां, कब किसी दल में चला जाए, कहना बड़ा मुश्किल है। राजनीति में सियासी ड्रामे चलना आजकल आम बात हो गई है। ताजा मामले में जालंधर विधानसभा सीट पर उपचुनाव में मतदान से पहले एक दिलचस्प सियासी ड्रामा हुआ। सुबह शिरोमणि अकाली दल की उम्मीदवार सुरजीत कौर ने आम आदमी पार्टी ज्वाइन कर ली। सीएम भगवंत सिंह मान ने उन्हें पार्टी ज्वाइन करवायी। वहीं देर शाम वह अकाली दल में वापस लौट गईं और दोबारा शिरोमणि अकाली दल ज्वाइन कर ली। उनकी ज्वाइनिंग अकाली दल के बागी गुट की नेता जगीर कौर और गुरप्रताप सिंह वडाला ने करवाई। बता दें कि मंगलवार दोपहर को सुरजीत कौर ने आप ज्वाइन कर ली थी। सीएम भगवंत मान से मीटिंग के बाद उन्होंने यह फैसला लिया था। सुरजीत कौर शिरोमणि अकाली दल के उम्मीदवार के तौर पर नामांकन भी भर चुकी थीं। शिरोमणि अकाली दल में उठ रहे बगावती सुरों के चलते कुछ दिन पहले चंडीगढ़ में सुखबीर बादल ने बैठक की थी। इसमें कुछ बागी नेताओं ने भाग नहीं लिया और जालंधर में अलग बैठक की थी। सुखबीर बादल के पक्ष के नेता दलजीत सिंह चीमा ने बयान दिया था कि जालंधर उपचुनाव में जिस उम्मीदवार को उतारा गया है, हम उसका समर्थन नहीं करेंगे क्योंकि सुरजीत कौर को उम्मीदवार जगीर कौर ने बनाया है।