ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 7 सितंबर
पंजाब परिवहन विभाग ने शनिवार से बस किराए में 23 पैसे प्रति किमी की बढ़ोतरी की है, जिससे राज्य को 150 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व मिलने की उम्मीद है। हालांकि, इस कदम से राज्य बस उपक्रम पर वित्तीय बोझ भी बढ़ेगा, जो महिलाओं को मुफ्त बस यात्रा प्रदान करता है, जिससे सालाना लगभग 50 करोड़ रुपये की वृद्धि होने की उम्मीद है। परिवहन सचिव दिलराज सिंह ने आज जारी एक अधिसूचना में कहा कि साधारण बसों का किराया 23 पैसे प्रति किमी, जबकि साधारण एचवीएसी (हीटिंग, वेंटिलेशन और एयर कंडीशनिंग) बसों का किराया 28 पैसे प्रति किमी बढ़ाया गया है। इंटीग्रल कोच के लिए किराये में 41 पैसे प्रति किमी और सुपर इंटीग्रल कोच के लिए 46 पैसे प्रति किमी की बढ़ोतरी की गई है। यह निर्णय राज्य द्वारा पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर क्रमशः 61 पैसे और 92 पैसे प्रति लीटर मूल्य वर्धित कर (वैट) बढ़ाने और 7 किलोवाट तक लोड वाले उपभोक्ताओं के लिए 3 रुपये प्रति यूनिट बिजली सब्सिडी वापस लेने के दो दिन बाद आया है। स्मॉल बस ऑपरेटर्स एसोसिएशन के जेएस ग्रेवाल के मुताबिक, किराया बढ़ोतरी से 50 किमी से छोटे रूटों पर चलने वाली बसों को कोई खास फायदा नहीं होगा। उन्होंने सुझाव दिया कि राज्य को इसके बजाय मोटर वाहन कर कम करना चाहिए। पेप्सू रोड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (पीआरटीसी) के अधिकारियों ने कहा कि किराया वृद्धि से डीजल की बढ़ती लागत से कुछ राहत मिलेगी, लेकिन इससे राज्य सड़क परिवहन उपक्रमों पर अतिरिक्त बोझ भी पड़ेगा, जो महिलाओं द्वारा ली गई मुफ्त बस यात्रा के लिए राज्य द्वारा प्रतिपूर्ति की जाती है।