बठिंडा, 9 सितंबर (निस)
आज बठिंडा में पंजाब कबड्डी एसोसिएशन का चुनाव शोर-शराबे के कारण पूरा नहीं हो सका। चुनाव प्रक्रिया में भाग लेने के लिए अलग-अलग जिलों से 46 सदस्य पहुंचे थे। यहां के एक पैलेस में आयोजित चुनावी बैठक के दौरान दो युवकों ने कथित तौर पर चुनाव संबंधी कागजात छीनने की कोशिश की। इसके बाद बैठक में हंगामा हो गया।
यह चुनाव पांच साल बाद होना था जिसके लिए पंजाब के 23 जिलों से 46 प्रतिनिधि आये थे। उपाध्यक्ष पद के उम्मीदवार भाजपा नेता गुरप्रीत सिंह मलूका थे, जो पूर्व मंत्री सिकंदर सिंह मलूका के बेटे हैं, जबकि महासचिव पद के लिए सुखबीर सिंह बादल के करीबी तेजिंदर सिंह मिडुखेड़ा मौजूद थे। इसी दौरान पुलिस की मौजूदगी में दो युवकों ने चुनाव आब्जर्वर से कागजात छीनने की कोशिश की जिससे हंगामा खड़ा हो गया। इस बीच कागज छीनने वाले युवक मौके से फरार हो गए। वहीं, आप विधायक गुरलाल सिंह भी एसोसिएशन के चेयरमैन पद के उम्मीदवार थे।
पंजाब कबड्डी एसोसिएशन के पूर्व प्रधान मंत्री सिकंदर सिंह मलूका ने कहा कि वह चार बार अध्यक्ष रहे हैं। कभी ऐसा कुछ नहीं हुआ, लेकिन अब सरकार अपने सदस्य को संगठन का प्रधान बनाना चाहती है और हस्तक्षेप करवाकर बलपूर्वक एसोसिएशन पर कब्जा करना चाहती है, जबकि प्रशासन दबाव डालकर चुनाव को टालना चाहता है। जब चुनाव प्रक्रिया शुरू हुई तो दो लोगों ने मंच पर पड़े चुनाव संबंधी कागजात उठाये और वहां से चले गये।
मौके पर पहुंचे डीएसपी सिटी सरबजीत सिंह बराड़ ने कहा कि उन्होंने पहले ही संगठन को कहा था कि उन लोगों को ही पैलेस के अंदर बुलाया जाए, जिन्होंने वोट डालनी है, परंतु संगठन ने ऐसा नहीं किया गया और न ही संगठन ने चुनाव को लेकर प्रशासन से इजाजत ली। मामला बढ़ता देख मौके पर तहसीलदार और एसडीएम को भेजा गया। प्रशासन के दखल के बाद एसोसिएशन के चुनाव को स्थगित कर दिया गया।