संगरूर, 30 जनवरी (निस)
संगरूर सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक ब्रांच चीमा में 1.39 करोड़ रुपये के कथित घोटाले में असिस्टेंट मैनेजर दीपिंदर सिंह, उनकी पत्नी सुखविंदर कौर, बेटी समप्रीत कौर निवासी आनंद नगर पटियाला और अमरपाल सिंह निवासी चीमा के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
घोटाले की जांच सहकारी बैंक के जिला कार्यालय द्वारा गठित विशेष टीम कर रही है, जिससे घोटाले की रकम और बढ़ने की संभावना है। हैरानी की बात यह है कि सहायक प्रबंधक दो दशक से अधिक समय से एक ही शाखा में अलग-अलग पदों पर तैनात रहा। संगरुर सहकारी बैंक के जिला कार्यालय में बैंक के एमडी जसपाल सिंह जस्सी और चेयरमैन करमजीत सिंह ने मीडिया को बताया कि बैंक के निदेशक मंडल ने एक शाखा में पांच साल से तैनात शाखा प्रबंधकों को बदल दिया है, फिर नये प्रबंधकों की तैनाती कर दी गयी है। सहकारी बैंक शाखा के नए प्रबंधक दविंदर सिंह ने कार्यभार संभालने के बाद रिकॉर्ड की जांच की और जांच दौरान कई खामियां सामने आईं। इसके बाद चार सदस्यीय विशेष जांच दल का गठन किया गया।
जांच के दौरान पता चला कि सहायक प्रबंधक दीपिंदर सिंह जब शाखा प्रबंधक, आरपीसी के पद पर तैनात थे तब कर्जदारों खाता बंद करने के प्रमाण पत्र जारी कर दिये मगर बैंक के रिकॉर्ड में इन्हें बंद नहीं किया गया और इन लिमिट के पैसे का उपयोग उनके स्तर पर अनधिकृत तरीके से किया गया। इसके अलावा बैंक ग्राहकों के विभिन्न बचत खातों से या आरसीसी सीमा से पैसा अवैध रूप से उसकी पत्नी सुखविंदर कौर, बेटी समप्रीत कौर और चीमा निवासी अमरपाल सिंह के बैंक खातों में जमा किया गया था। उन्होंने बताया कि अब तक की जांच में 1.39 करोड़ रुपये के गबन की बात सामने आई है, जबकि बैंक खातों की जांच अभी भी जारी है।
बैंक के एमडी ने कहा कि सहायक प्रबंधक को नौकरी से निलंबित कर दिया गया है। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बैंक के वाइस चेयरमैन सतगुर सिंह, डायरेक्टर जगदेव सिंह, पंजाब स्टेट के डायरेक्टर अमरजीत सिंह भी मौजूद थे।