बरनाला, 3 नवंबर (निस)
सरकार के तमाम दावों, जागरूकता के बावजूद बरनाला जिले में पराली जलाने के मामले बढ़ते जा रहे हैं। इससे शहर की हवा खराब हो रही है। आलम यह है कि दिन में ही लोगों को वाहनों की लाइटें जलाकर चलना पड़ रहा है। पराली का धुआं लोगों की आंखों में लग रहा है।
अमृतसर देश का सबसे प्रदूषित शहर बन गया है जहां एक्यूआई 401 दर्ज किया गया। इसके साथ ही इस सूची में दूसरा सबसे प्रदूषित शहर लुधियाना है, जहां एक्यूआई 339 रहा। बरनाला में पराली जलाने के अब तक 20 मामले सामने आ चुके हैं।
बरनाला में एक्यूआई (एयर क्वालिटी इंडेक्स) 157 दर्ज किया गया जोकि खराब की श्रेणी में आता है। पिछले कुछ दिनों में खेतों में पराली जलाने के मामले तेजी से बढ़े हैं। धान की कटाई के बाद गेहूं की बुआई के लिए समय बहुत कम होता है इसलिए कई किसान धान की पराली को आग लगा देते हैं। वहीं डिप्टी कमिश्नर पूनमदीप कौर के नेतृत्व में पराली प्रबंधन अभियान जोरों पर है। जहां डिप्टी कमिश्नर खुद जिले में पराली के मामलों पर कड़ी नजर रख रही हैं, वहीं अन्य वरिष्ठ अधिकारी लगातार गांवों का दौरा कर रहे हैं और किसानों को सक्रिय रूप से जागरूक कर रहे हैं।
एसएसपी संदीप मलिक भी किसानों के साथ बैठकें कर रहे हैं। डीसी ने कहा कि सभी गांवों में ग्राम स्तरीय समितियों का गठन किया गया है, जिसमें ग्राम नेता, युवा, नरेगा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी और अन्य निवासी शामिल हैं। इसके अलावा अभियान के तहत निगरानी के लिए जिला स्तरीय अधिकारियों को गांवों में तैनात किया गया है।