संगरूर, 16 नवंबर (निस)
शिरोमणि अकाली दल सुधार आंदोलन (अकाली दल सुधार लहर) ने सुखबीर सिंह बादल के इस्तीफे का स्वागत करते हुए कहा कि देर से लिए गए फैसले से पंथ को भारी नुकसान हुआ है।
सुधार आंदोलन के संयोजक जत्थेदार गुरप्रताप सिंह वडाला और सरपरस्त सुखदेव सिंह ढीडसा ने कहा कि विधानसभा चुनाव के बाद इकबाल सिंह झूंधां कमेटी बनी, जिसने करीब 100 विधानसभा क्षेत्रों का दौरा कर कार्यकर्ताओं के सुझाव एकत्रित कर एक रिपोर्ट तैयार की और अपनी सिफारिशों के साथ रिपोर्ट पार्टी के सामने रखी।
यदि उस समय सुखबीर सिंह बादल हटकर खुद को पार्टी के लिए समर्पित कर देते तो इतने बड़े राजनीतिक नुकसान से बचा जा सकता था। पूरी तरह हाशिये पर जा चुकी पार्टी को पुनर्जीवित करने के लिए नेतृत्व को कड़ी मेहनत करनी होगी। जत्थेदार वडाला ने कार्यसमिति से सुखबीर सिंह बादल का इस्तीफा तत्काल प्रभाव से स्वीकार करने की अपील की।