समराला/संगरूर, 26 सितंबर (निस)
पटियाला स्थित राजीव गांधी नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ (आरजीएनयूएल) के वाइस चांसलर (वीसी) द्वारा लड़कियों के हॉस्टल की अचानक चेकिंग और विद्यार्थियों के कपड़ों पर की गई कथित टिप्पणी को लेकर शुरू हुआ विवाद 5वें दिन में प्रवेश कर गया है। साथ ही मिली जानकारी के अनुसार मामले के हल के लिए बनाई गई 9 सदस्यीय कमेटी के तीन सदस्यों द्वारा इस्तीफा देने की खबर भी सामने आ रही है।
इस्तीफा देने वाले सदस्यों में कंट्रोलर परीक्षा डॉ. शरणजीत कौर, डीन विद्यार्थी भलाई डॉ. मनोज शर्मा और सहायक प्रोफेसर डॉ. जसलीन केवलानी शामिल हैं। हालांकि, रजिस्ट्रार ने कहा कि कुछ गलतफहमी थी। हमने उनका इस्तीफा नामंजूर कर दिया है। इस मामले को लेकर छात्राओं ने दोहराया कि उन्हें वाइस चांसलर के इस्तीफे से कम कुछ भी मंजूर नहीं है। उनका आरोप है कि वाइस चांसलर ने बिना किसी महिला सदस्य के गलत समय पर लड़कियों के हॉस्टल में मैस की चेकिंग के बहाने प्रवेश किया और बाद में उनके कमरों में भी गए, जहां वीसी ने उनके कपड़ों को लेकर आपत्ति जताई। जबकि लड़कियों के हॉस्टल में उनके पुरुष रिश्तेदारों को भी प्रवेश की इजाजत नहीं है।
वाइस चांसलर ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि वह मैस के खाने आदि की शिकायत मिलने पर बच्चों की भलाई के लिए ही हॉस्टल में गए थे। छात्राओं का आरोप है कि वाइस चांसलर ने हॉस्टल में आकर उनके कपड़ों पर आपत्ति जताई, जबकि कपड़े हर व्यक्ति का निजी मामला है। उन्होंने आरोप लगाया कि वाइस चांसलर उन्हें किताबों और कक्षा में पाठ्यक्रम संबंधी भी टोकते हैं। वाइस चांसलर ने कहा कि वह इस शैक्षणिक संस्थान का माहौल ठीक करने, इसे आगे बढ़ाने और विद्यार्थियों की भलाई के लिए प्रयासरत हैं। इस दौरान पंजाब राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन राज लाली गिल ने विश्वविद्यालय का दौरा कर दोनों पक्षों से जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि छात्राओं की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाएगी। मामले के हल के लिए एक कमेटी बनाई जाएगी जिसमें छात्राओं के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे।
दोनों पक्षों की सहमति लेकर किसी नतीजे पर पहुंचा जाएगा। उन्होंने आशा जताई कि मामला जल्द हल कर लिया जाएगा।