बठिंडा, 22 जुलाई (निस)
ठेका मुलाजिम संघर्ष मोर्चा (पंजाब) के बैनर तले गुरु हरगोबिंद थर्मल प्लांट के आउटसोर्स कॉन्ट्रेक्ट कर्मचारियों ने सरकार की वादाखिलाफी के विरोध में प्लांट के मुख्य गेट पर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया और पंजाब सरकार का पुतला फूंका।
प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए जगरूप सिंह, जगजीत सिंह पंगु, लक्ष्मण सिंह रामपुरा और हरदीप सिंह तगढ़ ने कहा कि पिछली सरकारों की तरह पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार ने भी केंद्र सरकार और विश्व व्यापार संगठन के दिशा-निर्देशों के तहत लोगों को सस्ती सेवाएं प्रदान करने वाले सभी सरकारी संस्थानों के निजीकरण पर हमला बोल दिया है। सरकारी विभागों में कॉन्ट्रेक्ट मुलाजिमों को पक्का नहीं किया जा रहा है।
नेताओं ने कहा कि ठेका मुलाजिम संघर्ष मोर्चा पंजाब द्वारा जालंधर उपचुनाव के दौरान 1 जुलाई को पंजाब के मुख्यमंत्री द्वारा राज्य कमेटी के साथ एक पैनल बैठक की गई थी। जालंधर में मोर्चा कि राज्य कमेटी के साथ कॉन्ट्रेक्ट कर्मचारियों की सामूहिक मांगों पर विस्तार से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री पंजाब उप-समिति के मंत्रियों और सरकारी अधिकारियों ने 20 जुलाई को एक बार फिर पैनल मीटिंग कर मांगों को पूरा करने का भरोसा दिया था। कर्मचारी नेताओं ने मांग की कि सभी सरकारी विभागों में आउटसोर्स और अनुबंध कर्मचारियों को न्यूनतम वेतन अधिनियम 1948 के तहत और निर्धारित फार्मूले के अनुसार प्राथमिकता और अनुभव के आधार पर सरकारी विभागों में विलय किया जाए। ठेका कर्मचारियों का आज की महंगाई के अनुसार कम से कम 30 हजार रुपए निर्धारित किया जाए। इसके अलावा सरकारी विभागों के निजीकरण की नीति रद्द की जाए।