होशियारपुर, 3 जुलाई (निस)
शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने आज मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह और खनन विभाग के मंत्री सुखबिंदर सिंह सरकारिया से पूछा कि वे खुलासा करें कि किन नियमों के तहत रेत निकालने के लिए 200 फुट तक खुदाई की अनुमति दी गई है, जिसमें कई गांवों की जमीन शामिल है, इसमें रेत माफिया तथा जिला पुलिस और खनन विभाग की मिलीभगत ने क्षेत्र को तबाह कर दिया है।
सुखबीर सिंह बादल धीमान, सेंधवाल तथा ब्रींगली गांवों में खनन माफिया द्वारा खाइयां खोदे जाने के कारण वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध होने के कारण कई किलोमीटर तक पैदा चलना पड़ा। उन्होंने आरोप लगाया कि आज भी स्थानीय पुलिस ने अवैध रेत माफिया को पहले ही उनकी यात्रा के बारे में सूचित कर उन्हें भागने का अवसर प्रदान किया।अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि रेत माफिया ने 200 फूट तक खुदाई की है, जिसके कारण जमीन के रिसाव के कारण एक झील भी बन गई है। मौके पर एनजीओ तथा ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि स्थानीय विधायक एवं पुलिस व खनन विभाग की सक्रिय मिलीभगत से एक कांग्रेस विधायक के बेटे द्वारा अवैध खनन किया जा रहा है। बादल ने गुरु नानक वेल्फेयर सोसायटी के अध्यक्ष कृपाल सिंह गेरा से बातचीत करते हुए कहा कि सोसायटी काफी समय से माफिया के खिलाफ शिकायत कर रही है, परंतु स्थानीय पुलिस तथा प्रशासन ने इनके खिलाफ कार्रवाई करने से इनकार कर दिया है।
मौके पर मौजूद लोगों ने खुलासा किया कि अवैध खनन के कारण उनकी जमीन तबाह हो गई है, यहां तक कि कच्ची सड़क जो एक गांव से दूसरे गांव में लगती थी को भी खत्म कर दिया गया है।
एक शिकायतकर्ता बीबी सुरिंदर कौर ने खुलासा किया कि उनकी 25 एकड़ की जमीन माफिया द्वारा अवैध रूप से खोदी गई है। इस अवसर पर पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया तथा युवा नेता सर्बजोत सिंह साबी भी मौजूद थे।
सुखबीर बौखलाहट में : सरकारिया
पंजाब के खनन मंत्री सुखबिन्दर सिंह सरकारिया ने सुखबीर सिंह बादल पर तंज़ कसते हुए कहा कि राजनैतिक साख खो देने के बाद अब सस्ती शोहरत कमाने के लिए जिस तरह से सुखबीर हाथ पैर मार रहे हैं, उससे पूरी तरह उसकी बौखलाहट झलक रही है। यहां से जारी एक बयान में खनन मंत्री ने कहा कि होशियारपुर ज़िले की जिन साइटों पर सुखबीर गये और जहां जाकर उन्होंने एक बार फिर अवैध खनन का शोर मचाया है वास्तव में उन सभी स्थानों का पिछली सरकार के समय ऑक्शन किया गया था। इन स्थानों पर पिछले समय में कुछ लोगों ने गैरकानूनी खनन करने की कोशिश की थी परन्तु विभाग द्वारा कार्रवाई करके भारी जुर्माने किये गए हैं। यही कारण है कि खनन वाले अकालियों के इन पसन्दीदा स्थानों पर आज भी सिर्फ अकाली ही गए। वहां न तो कोई मशीनरी थी और न ही कोई खनन हो रहा था।