चंडीगढ़, 10 अप्रैल (एजेंसी)
कांग्रेस की पंजाब इकाई के नए प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने राज्य में संगठन को मजबूत करने के लिए पार्टी के हर नेता और कार्यकर्ता को साथ लेकर चलने का वादा किया जहां हाल में हुए विधानसभा चुनाव में गुटबाजी से ग्रस्त पार्टी सत्ता से बेदखल हो गई। वहीं, राज्य में कांग्रेस विधायक दल के नए नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि वह पंजाब और यहां की जनता के अधिकारों के लिए डटकर खड़े रहेंगे। प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बनाए गए पंजाब के पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु और विधायक दल के उप-नेता राज कुमार चब्बेवाल ने भी कहा कि पूरी प्रदेश इकाई एक टीम के रूप में काम करेगी। अमरिंदर सिंह राजा वडिंग के नाम से भी जाना जाता है। अमरिंदर सिंह राजा वडिंग को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने नवजोत सिंह सिद्धू के स्थान पर पार्टी की पंजाब इकाई का नया प्रमुख नियुक्त किया है। कांग्रेस के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती सरकार में परिवहन मंत्री रहे बराड़ ने गिद्दड़बाहा निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा चुनाव जीता है। विधानसभा चुनाव में पार्टी की हार के बाद सिद्धू से इस्तीफा देने के लिए कहा गया था। पूर्व राज्यसभा सदस्य राजा वडिंग कादियां विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए हैं। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में अपनी नियुक्ति के बाद एक ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘‘मैं पार्टी को मजबूत करने और विचारधारा को आगे बढ़ाने के लिए पार्टी के हर कार्यकर्ता और नेता के साथ काम करने का वादा करता हूं।” उन्होंने कहा, ‘‘मैं कांग्रेस की माननीय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी जी और श्री राहुल गांधी जी का आभारी हूं कि उन्होंने मुझे कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी।”बाजवा ने खुद को विधायक दल के नेता के रूप में नियुक्त किए जाने पर अपने ट्वीट में सोनिया गांधी और राहुल गांधी को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, ‘‘मैं पंजाब और यहां की जनता के अधिकारों के लिए जी जान से लड़ूंगा।’
पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अध्यक्ष नवजोत सिद्धू ने भी नयी टीम को बधाई दी। सिद्धू ने ट्वीट किया, ‘‘राजा वडिंग और भारत भूषण आशु को बधाई… उन्हें हमेशा शुभकामनाएं… प्रताप बाजवा जी और चब्बेवाल साहब को बधाई…। वे कांग्रेस के लिए विधानसभा में शक्ति के स्तंभ होंगे।” पांच राज्यों- उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, मणिपुर और पंजाब में चुनावी हार के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी की प्रदेश इकाई के प्रमुखों से इस्तीफा देने को कहा था। सिद्धू ने भी इस्तीफा दे दिया था।