रोहतक, 11 नवंबर (हप्र)
शिक्षा केवल ज्ञान प्राप्त करने का साधन नहीं है, बल्कि यह समाज में वास्तविक परिवर्तन लाने का एक शक्तिशाली उपकरण है। जब व्यक्ति शिक्षित होता है, तो न केवल वह अपने जीवन में सुधार लाता है, बल्कि वह समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को भी समझता है। यह उदगार महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने आज शिक्षा विभाग द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के उपलक्ष्य में-इंस्पायरिंग चेंज थ्रू एजुकेशन विषय पर आयोजित पैनल डिस्कशन कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए व्यक्त किए। कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने बतौर मुख्यातिथि पारंपरिक दीप प्रज्ज्वलन कर इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया और भारत के पूर्व शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की।
कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षा हमें नए दृष्टिकोण देती है, सोचने की क्षमता को बढ़ाती है और समस्याओं का समाधान ढूंढ़ने की शक्ति प्रदान करती है। यह हमारी मानसिकता को खोलती है और हमें अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक करती है। उन्होंने शिक्षा विभाग को इस आयोजन के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी।