रोहतक, 24 दिसंबर (हप्र)
ऑल हरियाणा पावर कॉरपोरेशन वर्कर यूनियन ने बिजली मंत्री पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए चरणबद्ध आंदोलन की घोषणा की है। राज्य प्रधान सुरेश राठी ने ऐलान किया कि बिजली मंत्री की वादाखिलाफी व फीडरों को प्राइवेट कंपनियों को सौंपने के खिलाफ पूरे प्रदेश के बिजली कर्मचारी 27 दिसंबर को सब डिविजन स्तर पर काले बिल्ले लगाकर प्रदर्शन करेंगे। 3 जनवरी को पूरे प्रदेश में कार्यकारी अभियंताओं के कार्यालय के बाहर पूरा दिन काले झंडों व बिल्लों के साथ धरना देंगे। 23 जनवरी को सभी अधीक्षक अभियंताओं के कार्यालय के बाहर धरना देकर विरोध जताएंगे।
उन्होंने बताया कि बिजली कर्मचारियों के साथ मांगों पर बनी सहमति की वादाखिलाफी, 11 केवी फीडरों की फ्रेंचाइजी केंद्र व राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ बिजली कर्मचारियों ने दो दिवसीय राज्य कार्यकारिणी मीटिंग की।
कर्मचारी महासंघ कार्यालय में इस बैठक का संचालन महासचिव नरेश कुमार ने किया। सुरेश राठी ने कहा कि बिजली मंत्री के आवास के बाहर लगातार अक्टूबर मास में महापड़ाव लगाया गया था। महापड़ाव के दौरान बिजली मंत्री ने यूनियन से काफी मांगों पर सहमति जताते हुए लागू करने का आश्वासन दिया परन्तु लगभग दो माह बीतने के बाद भी एक भी पत्र जारी नहीं किया जिससे कर्मचारियों में भारी रोष है। राज्य सरकारी कर्मचारी महासंघ के राष्ट्रीय प्रधान सुभाष लांबा ने कहा कि केंद्र सरकार बिजली बिल संशोधन कानून 2023 पास करने भरसक प्रयास कर रही है। बिजली बिल संशोधन कानून पास होने के बाद किसान, मजदूर, गरीब, आम आदमी को मिलने वाली स्लेब सिस्टम के तहत सब्सिडी खत्म हो जाएगी। बैठक में वरिष्ठ उपाध्यक्ष शब्बीर अहमद, जितेन्द्र तेवतिया, मनीष मलिक, लोकेश कुमार, प्रेस सचिव सुरेंद्र यादव, बंसीलाल, रविंद्र दलाल, दलीप सोनी, समून खांन, प्रभु सिंह, सुदामपाल मान आदि ने सरकार की नीतियों की आलोचना की।