रोहतक, 17 सितंबर (निस)
सीबीआई अधिकारी बताकर करीब 15 लाख रुपये की ठगी की वारदात को हल करते हुये पुलिस ने गिरोह मे शामिल रहे पांच आरोपियो को गिरफ्तार किया है। तीन आरोपियो को पेश अदालत कर चार दिन के पुलिस रिमांड पर हासिल किया गया है, जबकि दो आरोपियो को अदालत के आदेश पर न्यायिक हिरासत भेजा गया है। प्रभारी थाना साइबर निरीक्षक महेश कुमार ने बताया कि पीजीआईएमएस निवासी भावना ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उसके पास कॉल आया जिसमे एक महिला ने उसे कहा कि उसने हैदराबाद भारतीय स्टेट बैंक की शाखा से क्रेडिट कार्ड लिया हुआ है। भावना के मना करने पर उसने कहा कि उसकी कॉल हैदराबाद पुलिस को ट्रांसफर की जा रही है। भावना को कहा कि वह हैदराबाद पुलिस से बात कर रही है और आधार कार्ड दिखाने के बारे कहा। उन्होंने फिर भावना को कहा कि आपके उपर मनी लांड्रिंग व आतंकी गतिविधियों में संलिप्त होने का केस है। उसे तुरंत गिरफ्तार करेंगे। इसके लिये उसे दिन तक अपने आप को नजरबंद रखना होगा और किसी से कोई बात नहीं करनी होगी। उन्होंने कहा कि वे उस पर वीडियो कॉल के माध्यम से नजर रखेंगे। उन्होंने भावना को गिरफ्तार करने के बारे डराकर झूठे कागजात पेश किये। भावना ने उनके कहे अनुसार अलग-अलग ट्रांजेक्शन से कुल 14 लाख 72 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिये। भावना से और पैसो की मांग की गई। भावना ने कहा कि उसके पास और रुपये नही है तो उन्होंने कहा कि वे उसकी गिरफ्तारी की तिथि बढा देंगे। भावना को सुप्रीम कोर्ट की रिसीप्ट भेजी गई, जांच के दौरान सामने आया कि इन पांच आरोपियों ने भावना के साथ ठगी की है, जिनमें मनोज निवासी बिकानेर, दिनेश उर्फ विशाल निवासी चेन्नई हाल किरायेदार बीकानेर को गिरफ्तार किया गया।