रोहतक, 28 मई (हप्र)
ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स आर्गेनाइजेशन ने चेतावनी दी है कि महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय द्वारा ग्रेजुएशन कोर्स की फीस पांच गुना बढ़ाने और 3 साल के बजाय 4 साल का ग्रेजुएशन कोर्स करने के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा।
संगठन के प्रदेश सचिव उमेश मौर्य ने बताया कि एमडीयू ने बीकॉम और बीएससी की फीस 8592 से बढ़ाकर 40,660 रुपये और बीए की फीस 8522 से बढ़ाकर 30660 रुपये कर दी है। इसी तरह तमाम कोर्स की फीस बढ़ाई गयी है। उमेश मौर्य ने कहा कि यह फीस वृद्धि खुली लूट है और यूनिवर्सिटी के दरवाजे छात्रों के लिए बंद करने का फरमान है। छात्र नेता ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू करके ग्रेजुएशन को 3 साल के बजाय 4 साल का कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि फीस वृद्धि और 4 साल का ग्रेजुएशन कोर्स जैसे कदम शिक्षा के निजीकरण, व्यापारीकरण को बढ़ावा देने, बड़े कॉर्पोरेट्स व प्राइवेट प्लेयर्स के लिए अधिक मुनाफा सुनिश्चित करने के लिए उठाए गये हैं।
वहीं, आम आदमी पार्टी के छात्र संगठन सीवाईएसएस ने महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में चार गुना फीस बढ़ोतरी के विरोध में दाखिला कमेटी के कन्वीनर एवं डीन एकेडेमिक प्रो. एएस मान को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने मांग की कि बढ़ाई गई फीस जल्द से जल्द वापस ली जाए अन्यथा विद्यार्थी सड़कों पर उतरने पर मजबूर होंगे। छात्र नेता दीपक धनखड़ ने बताया की नयी शिक्षा नीति लागू होने से हर विभाग की फीस चार गुना तक बढ़ा दी गई है। इस मौके पर अमन, साहिल, ललित सैनी आदि मौजूद रहे।