रोहतक, 23 जुलाई (हप्र)
बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय रोहतक और महाराजा अग्रसेन विश्वविद्यालय बद्दी के बीच समझौता (एमओयू) साइन हुआ, जिससे दोनो विश्वविद्यालय के बीच किए गए समझौते द्वारा शैक्षणिक अनुसंधान और विकास को बढ़ावा मिलेगा। एमओयू राष्ट्रीय शैक्षिक नीति के उद्देश्यों को पूरा करने में मददगार होगा। इस प्रकार की साझेदारी से छात्रों को नए और अधिक विशिष्ट क्षेत्रों में प्रशिक्षण और अवसर कर उनकी करियर की दिशा में सुधार कर सकते है। यह जानकारी बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर (डॉ) एचएल वर्मा ने दी। कुलपति वर्मा ने बताया कि दोनों विश्वविद्यालय समझौते के माध्यम से संयुक्त शैक्षणिक कार्यक्रमों का विकास हो सकता है, जिनमें छात्रों को विभिन्न विषयों में विशेषज्ञता प्राप्त करने का अवसर मिलेगा। विश्वविद्यालयों के बीच फैकल्टी आदान-प्रदान और विचार-विमर्श की गतिशीलता बढ़ाई जाएगी, जो विभिन्न विषयों में विशेषज्ञता विकसित करने में मदद कर सकती है। इस प्रकार, दोनों विश्वविद्यालयों के शैक्षणिक अनुभव और अनुसंधान क्षमताओं को समृद्ध करने में यह समझौता महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। महाराजा अग्रसेन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ आरके गुप्ता ने बताया कि यह समझौता ज्ञापन अकादमिक उत्कृष्टता की दिशा में हमारी यात्रा में एक नया अध्याय है।