रोहतक, 29 मई (हप्र)
वर्ष 2012 के एक मामले में बीमा कंपनी के अधिकारियों से मिलीभगत कर छोटे व्यापारियों एवं किसानों के बीमे करवा कर विदेश घूमने के आरोपी सर्व हरियाणा ग्रामीण बैंक के पांच अधिकारियों के खिलाफ स्थानीय एसीजेएम मंगलेश कुमार चौबे की अदालत ने एफआईआर दर्ज कर जांच करने के आदेश दिए हैं। माना जा रहा है कि मामले में बैंक के कई और उच्च अधिकारियों के नाम भी सामने आ सकते हैं।
इस मामले में बैंक अधिकारियों के खिलाफ आरोप यह था कि एक इंश्योरेंस कंपनी ने सर्व हरियाणा ग्रामीण बैंक के पांच अधिकारियों की विदेश यात्रा का खर्च उठाया था। शिकायतकर्ता एडवोकेट जगबीर सिंह चाहर का आरोप है कि सर्व हरियाणा ग्रामीण बैंक के पांच अधिकारियों ने अपने निजी स्वार्थ के लिए किसानों को ठगा। उन्होंने बताया कि किसानों को उनकी जमीन के अनुसार खेती करने के लिए सरकार की एक योजना के तहत किसान क्रेडिट कार्ड बनाए जाते हैं। आरोप है कि तत्कालीन चेयरमैन और महाप्रबंधक ने वर्ष 2012 में अपने निजी लाभ के लिए एक प्राइवेट बीमा कंपनी के साथ साठगांठ कर किसानों का बीमा कर इसका भुगतान किसानों के किसान क्रेडिट कार्ड से कर दिया। इस तरह बैंक के लगभग 80 फीसदी किसानों और छोटे व्यापारियों को यह चूना लगाया गया।