रोहतक, 7 सितंबर (हप्र)
पीजीआई में माइक्रोबायोलॉजी विभाग की एचआईवी लैब अंतर्राष्ट्रीय मानकों पर खरी उतरी, जिसके चलते एनएबीएल एजेंसी से उसे मान्यता प्राप्त हो गयी। एनएबीएल एजेंसी से सर्टिफिकेट मिलने पर कुलपति डॉ़ अनीता सक्सेना ने शनिवार को माइक्रोबायोलॉजी विभाग अध्यक्ष डॉ़ अपर्णा परमार और लैब की इंचार्ज व नोडल अधिकारी डॉ़ रितु अग्रवाल की पीठ थपथपाई।
इस अवसर पर कुल सचिव डॉ़ एचके अग्रवाल, निदेशक डॉ़ एसएस लोहचब, डीन एकेडमी अफेयर्स डॉ़ ध्रुव चौधरी, चिकित्सा अधीक्षक डॉ़ कुंदन मित्तल, डॉ़ निधि गोयल, डॉ़ कुनाल बंसल, डॉ़ पारुल, डॉ़ मोनिका मौजूद थे। कुलपति डॉ़ अनीता सक्सेना ने इस प्रमाण-पत्र के बारे में बताया कि यह किसी व्यक्ति की किसी निश्चित क्षेत्र में योग्यता व दक्षता को ठोस सबूत के रूप में परदर्शित करता है। एनएबीएल की मान्यता प्राप्त करने वाली राज्य की यह पहले सरकारी एचआईवी लैब है। लैब की इंचार्ज डॉ़ रितु अग्रवाल ने बताया कि उनके स्टाफ के सदस्य पिछले एक साल से यह मान्यता लेने के लिए मेहनत कर रहे थे। जांच टीम ने प्रयोगशाला की प्रबंधन प्रणाली, तकनीकी प्रदर्शन और दक्षता प्रशिक्षण में भागीदारी का मूल्यांकन करते हुए गत दिनों यह प्रक्रिया पूरी की और लैब को एनएबील की मान्यता प्रदान की।