टोक्यो, 28 अगस्त (एजेंसी)
भारत की भाविनाबेन पटेल पैरालम्पिक टेबल टेनिस स्पर्धा के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय बन गई। उन्होंने चीन की मियाओ झांग को क्लास 4 वर्ग के कड़े मुकाबले में 3-2 से हराया। पटेल ने दुनिया की तीसरे नंबर की खिलाड़ी को 7-11, 11-7, 11-4, 9-11, 11-8 से हराकर भारतीय खेमे में भी सभी को चौंका दिया। अब उनका सामना दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी चीन की यिंग झोउ से होगा।
गुजरात के मैहसाणा जिले में एक छोटी परचून की दुकान चलाने वाले हंसमुखभाई पटेल की बेटी भाविना को पदक का दावेदार नहीं माना जा रहा था लेकिन उन्होंने अपने प्रदर्शन से इतिहास रच दिया। वह 12 महीने की उम्र में पोलियो की शिकार हो गई थीं। उन्होंने कहा कि मैं फाइनल के लिये तैयार हूं और अपना शत प्रतिशत दूंगी। व्हीलचेयर पर खेलने वाली भाविना ने पहला गेम गंवा दिया लेकिन बाद में दोनों गेम जीतकर शानदार वापसी की।
उन्होंने अहमदाबाद में रोटरी क्लब के लिये पहला पदक जीता। उनका विवाह निकुंज पटेल से हुआ जो गुजरात के लिये जूनियर क्रिकेट खेल चुके हैं। भावना ने 2011 में पीटीटी थाईलैंड टेबल टेनिस चैम्पियनशिप में भारत के लिये रजत पदक जीता था। अक्तूबर 2013 में उन्होंने बीजिंग में एशियाई पैरा टेनिस चैम्पियनशिप में रजत पदक जीता था।
राकेश प्री क्वार्टर फाइनल में, श्याम सुंदर बाहर
भारतीय तीरंदाज राकेश कुमार ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पैरालम्पिक खेलों के प्री क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया जबकि श्याम सुंदर स्वामी दूसरे दौर से बाहर हो गए। क्वालीफिकेशन दौर में 720 में से 699 स्कोर करने वाले 36 वर्ष के राकेश ने हांगकांग के का चुएन एंगाइ को 13 अंंक से हराया। दुबई में इस साल सातवां फाज्जा पैरा तीरंदाजी विश्व रैंकिंग टूर्नामेंट में व्यक्तिगत स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीतने वाले कुमार ने 150 में से 144 अंक बनाये। उन्होंने 9 बार परफेक्ट 10 स्कोर किया। तीसरी वरीयता प्राप्त कुमार का सामना अब 14वीं वरीयता प्राप्त मरियन मारेकाक से होगा जो स्लोवाकिया के लिये दो बार पैरालंपिक खेल चुके हैं।