सिंगापुर, 17 जुलाई (एजेंसी)
दो बार की ओलंपिक पदक विजेता भारत की पीवी सिंधू ने रविवार को यहां महिला एकल फाइनल में चीन की वैंग झी यी को तीन गेम तक चले कड़े मुकाबले में हराकर सिंगापुर ओपन बैडमिंटन सुपर 500 टूर्नामेंट का खिताब जीता। गलतियों से भरे इस मुकाबले में सिंधू ने महत्वपूर्ण लम्हों पर धैर्य बरकरार रखते हुए कड़े मुकाबले में एशियाई चैंपियनशिप की मौजूदा चैंपियन चीन की 22 साल की खिलाड़ी को 21-9, 11-21, 21-15 से हराया। हैदराबाद की सिंधू ने इससे पहले वैंग के खिलाफ अपना एकमात्र मैच जीता था। उन्होंने इसी साल आल इंग्लैंड चैंपियनशिप में चीन की खिलाड़ी को हराया था। इस खिताबी जीत से सिंधू का आत्मविश्वास बढ़ेगा जो बर्मिंघम में 28 जुलाई से होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय चुनौती की अगुवाई करेंगी। सिंधू का मौजूदा सत्र का यह तीसरा खिताब है। उन्होंने सैयद मोदी अंतरराष्ट्रीय और स्विस ओपन के रूप में दो सुपर 300 टूर्नामेंट जीते। सिंधू ओलंपिक में रजत और कांस्य पदक के अलावा विश्व चैंपियनशिप में एक स्वर्ण, दो रजत और दो कांस्य पदक भी जीत चुकी हैं।
टॉस ने मैच में अहम भूमिका निभाई क्योंकि हॉल में ड्रिफ्ट के कारण खिलाड़ियों को परेशानी हो रही थी। अंतिम गेम के दूसरे हाफ में वैंग बेहतर स्थिति में थी क्योंकि उन्हें ड्रिफ्ट के खिलाफ खेलने का मौका मिला। सिंधू हालांकि गलतियों पर अंकुश लगाने के अलावा धैर्य बरकरार रखते हुए जीत दर्ज करने में सफल रहीं। सिंधू ने पहले गेम में शुरुआती दो अंक गंवाए लेकिन इसके बाद उन्होंने ड्रिफ्ट की मदद से जोरदार वापसी की ओर लगातार 11 अंक के साथ ब्रेक तक 11-2 की बढ़त बना ली। भारतीय खिलाड़ी ने इसके बाद आसानी से पहला गेम जीत लिया। दूसरा गेम सिंधू के लिए बुरे सपने की तरह रहा। इस बार वैंग कोर्ट में बेहतर स्थिति में थी और उन्होंने 11-3 की बढ़त बना ली। सिंधू 8-15 के स्कोर पर आसान अंक जुटाने में नाकाम रहीं जब वैंग कोर्ट पर गिरी हुई थी। वैंग ने जंप स्मैश के साथ 10 गेम प्वाइंट हासिल किए और दूसरे प्रयास में गेम जीत लिया। तीसरे और निर्णायक गेम में कड़ी टक्कर देखने को मिली। सिंधू ने 5-5 के स्कोर के बाद शानदार खेल दिखाया। उन्होंने लंबी रैली जीती और ड्रॉप शॉट के साथ अंक जुटाया। उन्होंने क्रॉस कोर्ट स्मैश के साथ ब्रेक तक 11-6 की बढ़त बनाई। ब्रेक के बाद वैंग को फिर बेहतर हिस्से से खेलने का मौका मिला और उन्होंने सिंधू की गलतियों का फायदा उठाकर स्कोर 11-12 कर दिया। सिंधू ने धैर्य बरकरार रखते हुए 18-14 की बढ़त बनाई। सिंधू ने दमदार स्मैश के साथ पांच मैच प्वाइंट हासिल किए और फिर वैंग के शॉट बाहर मारने पर गेम, मैच और खिताब अपने नाम किया।