मुंबई, 3 नवंबर (एजेंसी)
जब भारत के विश्व स्तरीय बल्लेबाज नौसीखिए नजर आ रहे थे, तब न्यूजीलैंड ने इसका फायदा उठाकर तीसरे और अंतिम टेस्ट क्रिकेट मैच के तीसरे दिन ही रविवार को यहां 25 रन से जीत दर्ज करके तीन मैचों की सीरीज में 3-0 से क्लीन स्वीप किया और नया इतिहास रचा। न्यूजीलैंड ने अपनी दूसरी पारी में 174 रन बनाकर भारत के सामने 147 रन का लक्ष्य रखा, लेकिन कई दिग्गज बल्लेबाजों की मौजूदगी वाली भारतीय टीम के लिए यह पहाड़ जैसा बन गया। ऋषभ पंत की 64 रन की साहसिक पारी के बावजूद भारतीय टीम 29.1 ओवर में 121 रन पर ढेर हो गई। यह पहला अवसर है, जब भारतीय टीम का अपनी धरती पर तीन मैच की सीरीज में सूपड़ा साफ हुआ। इससे पहले, भारतीय टीम को अपनी धरती पर 2000 में दक्षिण अफ्रीका के हाथों दो मैच की सीरीज में 0-2 से हार का सामना करना पड़ा था।
भारत का स्पिनरों को मदद पहुंचाने वाली पिच तैयार करने का दांव उल्टा पड़ गया। भारत को लंच के बाद जीत के लिए 55 रन की दरकार थी और उसके चार विकेट बचे हुए थे। भारत की नैया पार लगाने की जिम्मेदारी पंत के कंधों पर था, लेकिन उनके विवादास्पद तरीके से आउट होने के बाद मैच का रुख न्यूजीलैंड की तरफ मुड़ गया।
डब्ल्यूटीसी रैंकिंग में दूसरे स्थान पर खिसका भारत
दुबई (एजेंसी) : न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की घरेलू सीरीज में हार के बाद भारत विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) तालिका में शीर्ष से दूसरे स्थान पर खिसक गया। टीम इंडिया का अंक प्रतिशत 62.82 से खिसक कर 58.33 हो गया।
यह मेरे करियर का सबसे बुरा दौर : रोहित शर्मा
मुंबई (एजेंसी) : भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 0-3 से मिली हार को अपने करियर का सबसे बुरा दौर बताया और टेस्ट सीरीज में मिली हार की पूरी जिम्मेदारी ली। रोहित ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘इस तरह का प्रदर्शन मेरे करियर का सबसे बुरा दौर है और मैं इसकी पूरी जिम्मेदारी लेता हूं। सीरीज गंवाने की बात पचाना मुश्किल है। सीरीज हारना, टेस्ट मैच हारना कभी भी आसान नहीं होता। यह आसानी से पचने वाली बात नहीं है। हमने अपना सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट नहीं खेला। हमने कई गलतियां कीं।’ रोहित शर्मा का निजी कारणों से पर्थ में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट में खेलना संदिग्ध है। रोहित ने कहा, ‘मुझे नहीं पता कि मैं जाऊंगा या नहीं, लेकिन उम्मीद लगाये हूं।’ अगर रोहित पहले टेस्ट में नहीं खेल पाते हैं तो उप कप्तान जसप्रीत बुमराह श्रृंखला के पहले मैच में टीम की अगुआई करेंगे। भारतीय टीम 22 नवंबर से पर्थ में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलने के लिए तैयार है।