ब्रैम्पटन, 15 नवंबर (एएनआई)
Canada News: ब्रैम्पटन स्थित हिंदू सभा मंदिर में 3 नवंबर को हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान एक पुलिस अधिकारी हरिंदर सोही पर खालिस्तान समर्थकों का साथ देने का आरोप लगा था। उसकी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने का बाद हिंदू संगठनों का गुस्सा फूट गया था। दवाब के बाद उसे निलंबित कर दिया गया था, लेकिन अब पील रीजनल पुलिस ने जांच के बाद सोही को क्लीन चिट दे दी है।
पील पुलिस के मुताबिक उसे दोपहर करीब 12 बजे गोरे रोड पर स्थित मंदिर से अवैध घुसपैठ की शिकायत मिली थी। प्रदर्शन में कुछ लोगों द्वारा हथियारों का इस्तेमाल करने की आशंका के मद्देनजर पुलिस ने संभावित हथियारों को जब्त कर लिया।
Interaction with Officer During Brampton Protest
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— Peel Regional Police (@PeelPolice) November 14, 2024
घटना के दौरान सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो ने समुदाय में चिंता का माहौल पैदा कर दिया, जिसमें एक पुलिस अधिकारी और प्रदर्शनकारी के बीच संघर्ष दिखाई दिया। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए पील पुलिस ने घटना की गहन समीक्षा की।
पुलिस के बयान के अनुसार, अधिकारी एक व्यक्ति को निहत्था करने का प्रयास कर रहे थे जिसने हथियार सौंपने से इनकार कर दिया और आक्रामक हो गया। जांच के बाद पुलिस ने पुष्टि की कि अधिकारी ने अपनी ड्यूटी के तहत उचित कार्रवाई की थी और स्थिति को संभालने के लिए आवश्यक कदम उठाए थे।
पील रीजनल पुलिस ने पूरी पारदर्शिता बरतते हुए अधिकारी के बॉडी कैमरा फुटेज को सार्वजनिक किया है। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने रणनीतिक जांच टीम गठित की है जो विरोध प्रदर्शन के दौरान हुए आपराधिक गतिविधियों की जांच कर रही है।
पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे संदिग्धों की पहचान या घटना से संबंधित किसी भी जानकारी को साझा करें, जो पुलिस की जांच में सहायक हो सकती है। जानकारी गुमनाम रूप से भी पील क्राइम स्टॉपर्स को दी जा सकती है।
पील पुलिस ने कहा कि वह कनाडाई अधिकारों और स्वतंत्रता चार्टर में उल्लिखित शांतिपूर्ण प्रदर्शन के अधिकार का सम्मान करती है, लेकिन हिंसा, धमकी या किसी भी प्रकार की बर्बरता के लिए जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई जाएगी। बयान में उन सभी व्यक्तियों का आभार व्यक्त किया गया है जिन्होंने प्रदर्शन के दौरान शांति बनाए रखी।