नयी दिल्ली, 17 सितंबर (भाषा)
Madhavi Butch Controversy: कांग्रेस ने भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) की प्रमुख माधवी पुरी बुच के मामले पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की प्रतिक्रिया के बाद मंगलवार को कहा कि SEBI प्रमुख और उनके पति के वित्तीय लेन-देन को लेकर जो तथ्य सामने आए हैं, अब तक उनका किसी ने खंडन नहीं किया है।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह सवाल भी किया कि क्या वित्त मंत्री और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 2022 से ही इन तथ्यों की जानकारी थी? वित्त मंत्री ने सोमवार को कहा था कि SEBI प्रमुख माधवी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच अपना बचाव कर रहे हैं और ऐसे तथ्य सामने रख रहे हैं जो कांग्रेस के आरोपों के विपरीत हैं।
माधवी पुरी बुच और धवल बुच ने अनियमितता बरतने और हितों के टकराव को लेकर कांग्रेस की तरफ से लगाए गए आरोपों से इनकार करते हुए कहा है कि ये आरोप ‘झूठे और साख बिगाड़ने’ की कोशिश हैं। रमेश ने मंगलवार को ‘एक्स’ पर लिखा, ‘SEBI प्रमुख के व्यक्तिगत वित्तीय लाभ के मुद्दे पर वित्त मंत्री ने आखिरकार केंद्र सरकार की चुप्पी तोड़ी है।
उन्होंने कहा है कि SEBI प्रमुख और श्री बुच ‘हितों के टकराव के आरोपों पर जवाब दे रहे हैं’ लेकिन ये जवाब और भी सवाल खड़े करते हैं। SEBI प्रमुख और उनके पति के वित्तीय लेन-देन को लेकर जो तथ्य सामने आए हैं, अब तक उनका किसी ने खंडन नहीं किया है।’
उन्होंने कहा कि अब सवाल यह है कि क्या वित्त मंत्री और ‘नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री’ को कम से कम 2022 से ही इन तथ्यों की जानकारी थी।
रमेश ने सवाल किया, ‘क्या वे वास्तव में सोचते हैं कि ये तथ्य बहुत हल्के हैं और किसी भी तरह से पूंजी बाजार नियामक की कार्यप्रणाली से समझौता नहीं करते हैं? क्या Adani Group की सुप्रीम कोर्ट द्वारा निर्देशित SEBI जांच वास्तव में सही, निष्पक्ष और पूरी हुई है? उन्होंने कहा, ‘इस मामले का अभी अंत नहीं हुआ है और भी बहुत कुछ कहने को है!’