भुवनेश्वर, 25 अक्टूबर (भाषा)
Cyclone DANA Update: ओडिशा के तट पर गंभीर चक्रवाती तूफान ‘दाना’ के पहुंचने की प्रक्रिया शुक्रवार की सुबह पूरी हो गई और इसे यहां पहुंचने में कम से कम साढ़े आठ घंटे का समय लगा। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने यह जानकारी दी। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने कहा कि ओडिशा में ‘दाना’ चक्रवात की वजह से किसी की मौत नहीं हुई, ‘शून्य मानवीय क्षति’ का मिशन सफल रहा।
आईएमडी ने अपने प्रति घंटे के बुलेटिन में बताया, ‘‘चक्रवाती तूफान ‘दाना’ के पहुंचने की प्रक्रिया पूरी हो गई।” आईएमडी के एक वैज्ञानिक ने बताया कि ओडिशा के तट पर बृहस्पतिवार देर रात करीब 12.05 बजे तूफान ‘दाना’ के पहुंचने की प्रक्रिया शुरू हुई और इसे पूरा होने में करीब साढ़े आठ घंटे का समय लगा।
शुक्रवार सुबह करीब 8.30 बजे तूफान ‘दाना’ के पहुंचने की प्रक्रिया पूरी हो गई। उन्होंने बताया कि भीषण चक्रवाती तूफान ‘दाना’ के प्रभाव से हवाओं की गति 110 किलोमीटर प्रति घंटा थी और बाद में यह कमजोर हो कर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया।
आईएमडी ने बताया, “ चक्रवात के केंद्र के आसपास हवा की अधिकतम निरंतर रफ्तार लगभग 80 किमी प्रति घंटे से 90 किमी प्रति घंटे तक है, जो बढ़कर 100 किमी प्रति घंटे भी हो रही है।”
आईएमडी ने बताया कि चक्रवाती तूफान ‘दाना’ के उत्तरी ओडिशा से होते हुए उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और अगले छह घंटों के दौरान धीरे-धीरे कमजोर होकर गहरे अवदाब में तब्दील होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि पारादीप स्थित डॉप्लर मौसम रडार इस प्रणाली की निरंतर निगरानी कर रहा है।
एनडीआरएफ और ओडीआरएएफ की टीमों ने ‘दाना’ के कारण उखड़े हुए पेड़ों को हटाना शुरू किया
ओडिशा में भीषण चक्रवाती तूफान ‘दाना’ के तटीय क्षेत्र में दस्तक देने के कारण आसपास के इलाकों में पेड़ उखड़ गए, जिसके बाद राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और ओडिशा आपदा त्वरित कार्रवाई बल (ओडीआरएएफ) की टीमों ने शुक्रवार को गिरे हुए पेड़ों को हटाना और मलबे की सफाई शुरू की।
अधिकारी ने बताया कि ओडिशा के तट पर गंभीर चक्रवाती तूफान ‘दाना’ के पहुंचने की प्रक्रिया पूरी हो गई। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने इससे पहले सुबह आठ बजकर 23 मिनट पर बताया था, “दाना’ के तटीय क्षेत्र से टकराने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और यह अगले एक-दो घंटे तक जारी रहेगी।
इसके उत्तर ओडिशा से होते हुए पश्चिम-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ने तथा आज दोपहर तक (भीषण चक्रवाती तूफान से) धीरे-धीरे कमजोर होकर चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना है।” उसने बताया कि पारादीप स्थित डॉपलर मौसम रडार इस प्रणाली पर सतत निगरानी रख रहा है।
ओडिशा के उच्च शिक्षा मंत्री और भद्रक जिले के प्रभारी सूर्यवंशी सूरज ने बताया कि गंभीर चक्रवाती तूफान ‘दाना’ के कारण जिले में किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। एनडीआरएफ और ओडीआरएएफ की टीमें भद्रक जिले के धामरा क्षेत्र में तेज हवा और भारी बारिश के बावजूद काम कर रही हैं। केंद्रपाड़ा जिले के राजनगर के तहसीलदार अजय मोहंती ने बताया कि गंभीर चक्रवाती तूफान ‘दाना’ के कारण भीतरकनिका क्षेत्र में कुछ पेड़ों के उखड़ने और कुछ कच्चे मकानों को नुकसान पहुंचने के अलावा कोई बड़ी क्षति होने की खबर नहीं है।
मोहंती ने बताया, “हवा की रफ्तार काफी कम होकर 80 से 90 किमी प्रति घंटा रह गई है, लेकिन क्षेत्र में बारिश जारी है।” उन्होंने बताया कि तूफान के प्रभाव से समुद्र में उठने वाले ज्वार के कारण बृहस्पतिवार की रात कुछ निचले इलाकों में पानी भर गया।
एक अधिकारी ने बताया कि भद्रक जिले के चंदाबली में आखिरी छह घंटे में सबसे अधिक 131.6 मिमी बारिश हुई जबकि बालासोर में 42.8 मिमी बारिश हुई। ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी विशेष राहत आयुक्त कार्यालय में चक्रवात की स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं।
चक्रवाती तूफान ‘दाना’ के पहुंचने की प्रक्रिया के दौरान राज्य के तटीय जिलों भद्रक, केंद्रपाड़ा, बालासोर और निकटवर्ती जगतसिंहपुर जिले में हवा की रफ्तार अचानक बढ़तक 100 किमी प्रति घंटे से 110 किमी प्रति घंटे तक पहुंच गई और अत्याधिक भारी बारिश हुई।
इस बीच, भुवनेश्वर स्थित बीजू पटनायक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के अधिकारियों ने मौसम की स्थिति में सुधार होने के बाद सेवाओं को फिर से शुरू करने का निर्णय लिया। हवाईअड्डे ने चक्रवाती तूफान ‘दाना’ के कारण बृहस्पतिवार शाम पांच बजे से उड़ानों को रद्द कर दिया था। भारतीय रेलवे ने भी चक्रवात के मद्देनजर दो सौ से अधिक ट्रेन रद्द कर दी थीं।