दैनिक ट्रिब्यून बेव डेस्क, चंडीगढ़, 25 जून
Emergency: वर्ष 1975 में आज ही के दिन आपातकाल लगाया गया था। तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी के कहने पर राष्ट्रपति ने आपातकाल लगाया था। इस पर पीएम नरेंद्र मोदी कांग्रेस को घेरा और एक के बाद एक एक्स पर चार पोस्ट किए।
पहले पोस्ट में पीएम मोदी ने लिखा, आज का दिन उन सभी महान पुरुषों और महिलाओं को श्रद्धांजलि देने का दिन है जिन्होंने आपातकाल का विरोध किया। #DarkDaysOfEmergency हमें याद दिलाती है कि कैसे कांग्रेस पार्टी ने बुनियादी स्वतंत्रता को नष्ट कर दिया और भारत के संविधान को कुचल दिया, जिसका हर भारतीय बहुत सम्मान करता है।
Today is a day to pay homage to all those great men and women who resisted the Emergency.
The #DarkDaysOfEmergency remind us of how the Congress Party subverted basic freedoms and trampled over the Constitution of India which every Indian respects greatly.
— Narendra Modi (@narendramodi) June 25, 2024
दूसरे पोस्ट में पीएम मोदी ने लिखा, सत्ता पर टिके रहने के लिए तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने हर लोकतांत्रिक सिद्धांत की अवहेलना की और देश को जेलखाना बना दिया। जो भी व्यक्ति कांग्रेस से असहमत होता था उसे प्रताड़ित किया जाता था। सबसे कमजोर वर्गों को निशाना बनाने के लिए सामाजिक रूप से प्रतिगामी नीतियां लागू की गईं।
Just to cling on to power, the then Congress Government disregarded every democratic principle and made the nation into a jail. Any person who disagreed with the Congress was tortured and harassed. Socially regressive policies were unleashed to target the weakest sections.
— Narendra Modi (@narendramodi) June 25, 2024
तीसरे पोस्ट में उन्होंने लिखा, जिन लोगों ने आपातकाल लगाया, उन्हें हमारे संविधान के प्रति अपना प्यार जताने का कोई अधिकार नहीं है। ये वही लोग हैं जिन्होंने अनगिनत मौकों पर अनुच्छेद 356 लागू किया। प्रेस की स्वतंत्रता को नष्ट करने के लिए विधेयक लाए। संघवाद को नष्ट किया और संविधान के हर पहलू का उल्लंघन किया।
Those who imposed the Emergency have no right to profess their love for our Constitution. These are the same people who have imposed Article 356 on innumerable occasions, got a Bill to destroy press freedom, destroyed federalism and violated every aspect of the Constitution.
— Narendra Modi (@narendramodi) June 25, 2024
चौथे पोस्ट में पीएम ने लिखा, जिस मानसिकता के कारण आपातकाल लगाया गया वह आज भी उस पार्टी में जीवित है जिसने इसे लगाया था। वे अपनी प्रतीकात्मकता के माध्यम से संविधान के प्रति अपने तिरस्कार को छिपाते हैं. लेकिन भारत के लोगों ने उनकी हरकतों को देख लिया है और इसीलिए उन्होंने उन्हें खारिज कर दिया है।
The mindset which led to the imposition of the Emergency is very much alive among the same Party which imposed it. They hide their disdain for the Constitution through their tokenism but the people of India have seen through their antics and that is why they have rejected them…
— Narendra Modi (@narendramodi) June 25, 2024