मॉस्को, 22 अगस्त (एजेंसी)
रूस की शीर्ष खुफिया एजेंसी ने सोमवार को कहा कि उसने इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) के एक आत्मघाती हमलावर को हिरासत में लिया है, जो भारत के सत्तारूढ़ दल के शीर्ष नेतृत्व में शामिल एक सदस्य पर आत्मघाती हमला करने की साजिश रच रहा था। रूस की सरकारी समाचार एजेंसी ‘तास’ ने ‘संघीय सुरक्षा सेवा’ (एफएसबी) के हवाले से बताया कि यह संदिग्ध हमलावर एक मध्य एशियाई देश का नागरिक है। रूसी खुफिया एजेंसी ने आतंकवादी की अभी पहचान उजागर नहीं की। एजेंसी के अनुसार, आतंकी ने स्वीकार किया है कि पैगंबर मोहम्मद का अपमान किये जाने के कारण वह भारत के सत्तारूढ़ दल के एक सदस्य पर आत्मघाती हमला करने की तैयारी कर रहा था।
प्रतिबंधित इस्लामिक स्टेट के एक सरगना ने तुर्की में प्रवास के दौरान इस विदेशी नागरिक को आत्मघाती हमलावर के तौर पर संगठन में भर्ती किया था। एफएसबी के ‘सेंटर फॉर पब्लिक रिलेशन्स’ (सीपीआर) ने बताया कि सोशल मीडिया मंच ‘टेलीग्राम’ और इस्तांबुल में आईएसआईएस के एक आतंकी के साथ व्यक्तिगत मुलाकात के दौरान इस शख्स के दिमाग में संगठन की विचारधारा भरी गयी।
सीपीआर की ओर से पूछताछ का वीडियो सोमवार को जारी किया गया, जिसमें आतंकवादी कह रहा है कि उसने अप्रैल 2022 में आईएसआईएस के ‘अमीर’ (प्रमुख) के प्रति निष्ठा की शपथ ली थी और एक विशेष प्रशिक्षण लिया था जिसके बाद वह रूस आया और यहां से भारत जाता। उसने कहा, ‘आतंकवादी हमला करने के लिए मुझे वहां चीजें दी जानी थीं।’
गौर हो कि भाजपा की तत्कालीन प्रवक्ता नूपुर शर्मा और पार्टी के दिल्ली इकाई के मीडिया सेल के तत्कालीन प्रमुख नवीन कुमार जिंदल ने पैगंबर मोहम्मद को लेकर विवादित टिप्पणियां की थी।