काकद्वीप (पश्चिम बंगाल), 29 मई (भाषा)
Modi Election Rally: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल की ममता सरकार फर्जी जाति प्रमाण पत्र जारी कर ‘मूल’ ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) के अधिकार मुसलमानों को दे रही है। मथुरापुर लोकसभा सीट के काकद्वीप में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस अपने मंत्र ‘एटा होते देबोना’ का अनुसरण करते हुए पश्चिम बंगाल में विकास योजनाओं को लागू नहीं होने दे रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘एक वर्ग के तुष्टीकरण के लिए तृणमूल कांग्रेस सरकार उस संविधान पर खुलेआम हमला कर रही है जिसने दलितों और पिछड़ी जातियों को आरक्षण दिया है। पश्चिम बंगाल में आरक्षण की खुली लूट हुई। मुसलमानों को फर्जी ओबीसी प्रमाणपत्र जारी किए गए।”
उन्होंने कहा, ‘‘कलकत्ता हाई कोर्ट ने इन झूठे प्रमाणपत्रों को रद्द कर दिया है, लेकिन तृणमूल कांग्रेस इस फैसले को स्वीकार नहीं कर सकती। वह मुसलमानों को गुमराह कर रही है।” मोदी ने तृणमूल कांग्रेस पर मछुआरों के लिए केंद्रीय योजनाओं और उज्ज्वला योजना तथा आयुष्मान भारत जैसी पहलों को लागू नहीं करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि मतुआ समुदाय के सदस्यों को ‘आन, बान और शान’ के साथ भारतीय नागरिकता मिलेगी। मोदी ने तृणमूल कांग्रेस सरकार पर पश्चिम बंगाल में उसकी सीमाओं से अनियंत्रित घुसपैठ की अनुमति देकर राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, ‘‘टीएमसी और इंडी जमात वाले बंगाल को विपरीत दिशा में लेकर जा रहे हैं। भाजपा से बंगाल के लोगों का प्यार टीएमसी को बर्दाश्त नहीं हो रहा है। इसलिए टीएमसी बुरी तरह बौखलाई हुई है।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि विकसित भारत के लिए विकसित बंगाल का निर्माण जरूरी है और ये तभी होगा जब आप ऐसे सांसद चुनें, जो इस दृष्टिकोण को लेकर चलें। उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए मुझे यह आशीर्वाद चाहिए कि आप बंगाल से ज्यादा से ज्यादा कमल जिताकर भेजेंगे।”
मोदी ने कहा कि आने वाले पांच साल स्वर्णिम भारत के निर्माण में निर्णायक भूमिका निभाएंगे और मौजूदा समय बहुत निर्णायक है और इसकी शुरुआत 4 जून को होने जा रही है। उन्होंने कहा, ‘‘2024 का ये लोकसभा चुनाव कई मायनों में अलग है, अद्भुत है। ये चुनाव खुद आगे बढ़कर देश की जनता लड़ रही है। क्योंकि, उसी जनता ने 10 साल की विकास यात्रा भी देखी है और 60 वर्षों की दुर्गति भी देखी है।”
उन्होंने टीएमसी सरकार पर बंगाल की पहचान खत्म करने का आरोप लगाया और कहा कि वह बंगाल के मठों और साधु संतों तक को नहीं छोड़ रही है। उन्होंने कहा, ‘‘टीएमसी इस्कॉन, रामकृष्ण मठ और भारत सेवाश्रम जैसी संस्थाओं को गाली दे रही है। इनके गुंडे मठों पर हमला कर रहे हैं।”