तरुण जैन, रेवाड़ी, 27 जून
कोसली उपमंडल के गांव नेहरुगढ़ के युवा पर्वतारोही नरेंद्र यादव ने उत्तरी अमेरिका के अलास्का मे स्थित सबसे ऊंची चोटी देनाली को फतह किया है। 6190 मीटर ऊंची चोटी पर पर्वतारोही नरेंद्र ने भारत की तरफ से प्रतिनिधित्व किया है। नरेंद्र ने 23 जून को रात 10:29 पर चोटी पर तिरंगा लहराया।
नरेंद्र इस पर्वत को चढ़ने वाले भारत के पहले युवा बन गए हैं। इससे पहले देनाली पर फतह कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने वाला युवा 31 साल 1 महीने 25 दिन का था। नरेंद्र ने 29 साल 6 महीने 8 दिन में इस रिकार्ड को तोड़कर अपने नाम कर भारत के पहले युवा पुरुष पर्वतारोही बन गए हैं। इस अभियान में पूरे विश्व से पर्वतारोही शामिल हुए थे।
नरेंद्र ने बताया कि देनाली को घातक पर्वत भी कहा जाता है। यह पर्वत बहुत ही दुर्गम है। अत्यधिक ठंड और तेज हवा से यह पर्वत चढ़ाई ओर ख़तरनाक बना देता है। जोखिमों से भरा होने के कारण बहुत कम पर्वतारोही इस पर्वत को चढ़ने में कामयाब हुए है।
सात महाद्वीपो पर फतेह करने का सपना
आर्मी जवान कृष्णचंद के पुत्र का सपना दुनिया के सभी सात महाद्वीपो पर फतेह कर वर्ल्ड रिकार्ड बुक में छाप छोडने का है। नरेंद्र ने पांच महाद्वीपों की सबसे ऊंची चोटियों को फ़तह कर अनेको विश्व रिकार्ड बनाए हैं। 2012 में पर्वतारोहण के बेसिक, 2013 में एडवांस, 2015 में एमओआई, 2022 में सर्च एंड रेस्क्यू के साथ सभी कोर्स पास किए है। जिसमें माउंट एवरेस्ट को 2016 व 2022 में 6 दिन में बिना अनुकूलन के फ़तह किया।
किलिमंजारो को तीन बार, एलब्रुस को ट्रैवल्स में दो बार, कोजास्को व आस्ट्रेलिया की 10 सबसे ऊंची चोटियों को दो बार फतह किया है। इसके साथ-साथ दक्षिण अमेरिका की सबसे ऊंची चोटी एकंकागुआ को फतेह किया है। अपनी स्कूली पढ़ाई के दौरान 12 साल की उम्र में ही नरेंद्र ने जम्मू कश्मीर की पहाडिय़ों पर चढ़कर अपने पर्वतारोहण की प्रारंभिक शुरूआत कर दी थी।