चंडीगढ़, 5 नवंबर (ट्रिन्यू)
सपनों को हकीकत में बदलने के लिए मेहनत और संकल्प का होना जरूरी है और चंडीगढ़ की एंजल कौशल ने इसे सच कर दिखाया है। अपने पहले ही प्रयास में, एंजल ने राजस्थान सिविल जज कैडर परीक्षा में 33वां रैंक हासिल कर न केवल अपने माता-पिता बल्कि पूरे चंडीगढ़ का नाम रोशन किया है। एंजल की इस सफलता से उसके परिवार और दोस्तों में गर्व का माहौल है।
एंजल के पिता रजनीश कौशल सेक्टर 17 स्थित पोस्ट ऑफिस में कार्यरत हैं। उन्होंने गर्व से कहा कि एंजल बचपन से ही मेहनती रही है और उसका सपना था कि एक दिन वह जज बनेगी। इस सपने को साकार करने के लिए एक बेहतरीन लीगल इंस्टीट्यूट की जरूरत थी और इसके लिए हमने एपेक्स लीगल इंस्टीट्यूट को चुना। आज उसकी मेहनत और संस्थान के मार्गदर्शन का फल सबके सामने है—हमारी बेटी ने हमें गर्व से भर दिया है।
साधारण शुरुआत से असाधारण मुकाम तक
एंजल ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा केंद्रीय विद्यालय पटियाला छावनी से पूरी की और बीए, एलएलबी महर्षि मारकंडेश्वर यूनिवर्सिटी, मुलाना, अम्बाला से की। मूल रूप से पटियाला निवासी और वर्तमान में सेक्टर 27-सी, चंडीगढ़ में रहने वाली एंजल ने अपनी सफलता का श्रेय अपने गुरु डायरेक्टर आर. वर्मा (एडवोकेट) को दिया। उन्होंने बताया कि उनके गुरु के विधिक ज्ञान और मार्गदर्शन ने उनकी सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके अलावा रिटायर्ड सेशन जज नाज्जर, रिटायर्ड जिला सरकारी वकील राकेश बहादुर और एडवोकेट अनमोल का भी उन्हें भरपूर सहयोग मिला।
एंजल ने एपेक्स लीगल इंस्टीट्यूट से कोचिंग प्राप्त की और जज बनने पर संस्थान ने उन्हें सम्मानित भी किया। एंजल की इस उपलब्धि से परिवार, मित्रों और शिक्षकों के बीच खुशी का माहौल है। उनका यह सफर उन सभी के लिए प्रेरणा है जो अपने सपनों को हकीकत में बदलने का हौसला रखते हैं।