वाशिंगटन, 5 दिसंबर (एजेंसी)
कैलिफोर्निया राज्य ने शुक्रवार को राष्ट्रपति चुनाव के अपने परिणामों पर मुहर लगा दी और डेमोक्रेट उम्मीदवार जो बाइडेन के पक्ष में मतदान के लिए प्रतिबद्ध 55 निर्वाचकों (इलेक्टर) की नियुक्ति कर दी, इसके साथ ही बाइडेन की जीत के लिए जरूरी इलेक्टोरल कॉलेज में बहुमत उन्हें सौंप दिया। बाइडेन की जीत पर सेक्रेटरी ऑफ स्टेट एलेक्स पैडिला की औपचारिक मुहर लगने के बाद उन्हें अब तक 279 इलेक्टर का समर्थन मिल चुका है। यह आंकड़ा 270 के बहुमत के जादुई आंकड़े से अधिक है।
राष्ट्रपति चुनाव में सामान्य तौर पर इन कदमों में औपचारिकताओं पर इतना बल नहीं दिया जाता, लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति के निर्वाचन की गुप्त प्रणाली पर इस बार नये सिरे से नजर डाली गयी है क्योंकि डोनाल्ड ट्रंप लगातार बाइडेन की जीत को स्वीकार नहीं कर रहे हैं और अंतिम परिणामों से पहले इन्हें पलटने के लिए तरह-तरह के कानूनी कदम उठा रहे हैं। पिछले कई सप्ताह से यह साफ है कि बाइडेन राष्ट्रपति चुनाव जीत गये हैं। ओहायो स्टेट यूनिवर्सिटी में विधि के प्रोफेसर एडवर्ड बी फोले ने कहा कि बाइडेन को 270 से अधिक इलेक्टर का समर्थन मिलना व्हाइट हाउस की तरफ उनका पहला कदम है। उन्होंने कहा कि यह एक कानूनी स्तर है और पहला स्तर भी है जिसका आधार है। शुक्रवार को जिन इलेक्टरों की जीत की घोषणा की गयी वे 14 दिसंबर को अन्य राज्यों के अपने समकक्षों के साथ बैठक करेंगे और अगले राष्ट्रपति के लिए औपचारिक मतदान करेंगे।
इलेक्टोरल कॉलेज वोट के परिणाम प्राप्त होने के बाद कांग्रेस इन पर छह जनवरी को अंतिम मुहर लगाएगी। वैसे सांसद इस परिणाम पर आपत्ति दर्ज करा सकते हैं, लेकिन इस स्तर पर बाइडेन को रोक पाना लगभग असंभव होगा।
शपथ ग्रहण ऑनलाइन सम्मेलन की तरह होगा
जो बाइडेन ने कहा कि 20 जनवरी को राष्ट्रपति पद का शपथ ग्रहण समारोह और उससे जुड़े उत्सव बहुत हद तक ऑनलाइन सम्मेलन की तरह होंगे। इस बार शपथ ग्रहरण समारोह छोटे पैमाने पर आयोजित होगा। डेलावेयर के विलमिंगटन में शुक्रवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में बाइडन ने यह बात कही। उन्होंने सलाह दी कि समारोह की जगह इसका आयोजन बड़े पैमाने पर ऑनलाइन सम्मेलन की तरह होना चाहिए जैसा अगस्त महीने में डेमोक्रेटिक पार्टी का राष्ट्रीय सम्मेलन हुआ था।
भारत-अमेरिका संबंधों के होंगे 5 आधार
वाशिंगटन (एजेंसी) : अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू ने कहा कि आने वाले दिनों में अमेरिका के साथ भारत के संबंधों की व्याख्या रणनीतिक, कोविड-19, आईसीटी-डिजिटल, जलवायु परिवर्तन और शिक्षा के आधार पर की जा सकेगी। ‘पैन आईआईटी ग्लोबल समिट’ में संधू ने शुक्रवार को कहा कि कई लोग मुझसे पूछते हैं कि आने वाले दिनों में भारत-अमेरिका संबंधों में भारत की क्या प्राथमिकता होगी। मैं उन्हें बताता हूं कि 5 मुख्य क्षेत्र हैं। उन्होंने कहा कि पहला होगा रणनीतिक, दूसरा कोविड-19 से जुड़ा है, यह दोनों देशों के लिए तात्कालिक प्राथमिकता का क्षेत्र होगा इसके तहत फार्मा, स्वास्थ्य देखभाल और टीका आते हैं।