दुबई : सीरिया में ईरान के पूर्व राजदूत और शिया धर्मगुरु तथा पुस्तक बम हमले में अपना एक हाथ गंवाने वाले अली अकबर मोहताशमीपोर (74) की कोरोना वायरस संक्रमण के कारण मौत हो गयी। उन्होंने लेबनानी चरमपंथी समूह हिजबुल्ला की स्थापना में मदद थी। अयातुल्ला रुहोल्ला खामेनी के विश्वस्त सहयोगी रह चुके अली अकबर ने 1970 के दशक में मुस्लिम उग्रवादी समूहों के साथ गठबंधन किया। इस्लामिक क्रांति के बाद उन्होंने ईरान में अर्द्धसैनिक बल रिवोल्यूशनरी गार्ड की स्थापना की और सीरिया में राजदूत के रूप में बल को क्षेत्र तक ले गये जहां हिजबुल्ला की स्थापना में मदद मिली।
जीवन के बाद के वर्षों में, इस्लामी गणराज्य के धर्म आधारित शासन को अंदर से बदलने के उम्मीद में वह धीरे-धीरे सुधारवादियों के साथ हो गये। -एजेंसी