वाशिंगटन, 12 नवंबर (एजेंसी)
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फ्लोरिडा के सीनेटर मार्को रुबियो को विदेश मंत्री और सांसद माइक वाल्ट्ज को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) का जिम्मा संभालने के लिए कहा है। ट्रंप ने इनके अलावा, न्यूयॉर्क के पूर्व सांसद ली ज़ेल्डिन को ‘द यूनाइटेड स्टेट्स एनवायर्नमेंटल प्रोटेक्टिव एजेंसी’ (ईपीए) के प्रशासक और सांसद एलिस स्टेफनिक को संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत के तौर पर चुना है। रुबियो (53) भारत-अमेरिका संबंधों के समर्थक रहे हैं। वाल्ट्ज (50) भी भारत के पुराने समर्थक रहे हैं और वर्षों से भारत एवं भारतीय अमेरिकियों के लिए ‘कांग्रेसनल कॉकस’ के सह-अध्यक्ष भी रहे हैं। ‘आर्मी नेशनल गार्ड’ के सेवानिवृत्त अधिकारी वाल्ट्ज को चीन के प्रति कठोर रुख रखने वाला माना जाता है। उन्होंने ही कोविड-19 की उत्पत्ति और चीन में मुस्लिम उइगर आबादी के उत्पीड़न के कारण बीजिंग विंटर ओलंपिक का बहिष्कार करने का आह्वान किया था। डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसद और भारतीय-अमेरिकी रो खन्ना ने कहा कि नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा सांसद माइक वॉल्ट्ज को एनएसए चुनना भारत और अमेरिका के संबंधों के लिए अच्छा साबित होगा। खन्ना और वॉल्ट्ज क्रमशः भारत और भारतीय अमेरिकियों के लिए ‘कांग्रेसनल कॉकस’ के डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन सह-अध्यक्ष हैं।ट्रंप द्वारा वॉल्ट्ज को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार चुने जाने की खबर सामने आने के बाद खन्ना ने कहा, ‘मुझे विश्वास है कि वह अमेरिका-भारत संबंधों के लिए बहुत अच्छे साबित होंगे।’ डोनाल्ड ट्रंप जब 20 जनवरी को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे तो माइक वॉल्ट्ज, जेक सुलिवन के स्थान पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार का पदभार संभालेंगे।