इस्लामाबाद, 26 फरवरी (एजेंसी)
पाकिस्तान के एक वरिष्ठ मंत्री ने शुक्रवार को दावा किया कि वित्तीय कार्रवाई कार्यबल (एफएटीएफ) द्वारा इस्लामाबाद को ‘काली’ सूची में डाले जाने की कोई संभावना नहीं है क्योंकि इसने संबंधित मुद्दों पर ‘महत्वपूर्ण प्रगति’ की है। आतंकी गतिविधियों को वित्तीय मदद को लेकर पाकिस्तान को एफएटीएफ द्वारा ‘ग्रे’ सूची में बरकरार रखे जाने के एक दिन बाद उद्योग मंत्री हम्माद अजहर का यह बयान आया है। एफएटीएफ ने कहा है कि आतंकी गतिविधियों को मिल रही वित्तीय मदद को रोकने में देश के प्रयासों में ‘गंभीर खामियां’ हैं। पेरिस आधारित वैश्विक मनी लांड्रिंग एवं आतंकी फंडिंग रोधी संगठन एफएटीएफ ने पाकिस्तान को जून तक अपनी ‘ग्रे’ सूची में बरकरार रखने का फैसला किया है। अजहर ने कहा कि पाकिस्तान ने अपने को चुनौतीपूर्ण समयसीमा मिलने के बावजूद लक्ष्यों को हासिल किया है और संबंधित कार्यों की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति की है, इसलिए देश को ‘काली’ सूची में डाले जाने की कोई संभावना नहीं है। उन्होंने दावा किया कि एफएटीएफ की 27 सूत्री कार्ययोजना को पूरा करने के पाकिस्तान के प्रयासों की दुनिया ने ‘तारीफ’ की है।
‘चिंताएं जितनी जल्दी हो, दूर करो’
उल्लेखनीय है कि एफएटीएफ ने बृहस्पतिवार को कहा था कि पाकिस्तान बढ़ी हुई निगरानी सूची में बना रहेगा क्योंकि उसके द्वारा आतंकवाद काे फंडिंग रोकने में ‘गंभीर खामियां’ हैं और देश में इससे निपटने के लिए प्रभावी व्यवस्था की कमी है। एफएटीएफ के अध्यक्ष मार्क्स प्लेयर ने कहा कि पाकिस्तान को दी गई समयसीमा पहले ही समाप्त हो गई है और इस्लामाबाद को एफएटीएफ की चिंताओं को ‘जितनी जल्दी हो सके’’, दूर करना चाहिए।