Tribune
PT
Subscribe To Print Edition About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

गुरुग्राम में फ्लैट में फंदे पर लटका मिला आरजे सिमरन सिंह का शव

सोशल मीडिया पर उसके छह लाख से भी अधिक थे फॉलोअर्स

  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
featured-img featured-img
जम्मू की आरजे सिमरन सिंह की फाइल फोटो
Advertisement

गुरुग्राम, 26 दिसंबर (हप्र)

‘जम्मू की धड़कन’ नाम से मशहूर आरजे (रेडियो जॉकी) व इंस्टाग्राम इन्फ्लुएंसर सिमरन सिंह का एक फ्लैट में शव फंदे से लटका हुआ मिला। सिमरन सिंह रेडियो मिर्ची में भी आरजे रह चुकी थी। उनकी मौत की खबर सुनकर उनके फैंस में भी शोक की लहर दौड़ गई। सिमरन सिंह के सोशल मीडिया पर लाखों फॉलोवर हैं। जानकारी के अनुसार आरजे सिमरन सिंह जम्मू के गांव नानक नगर की रहने वाली थी। वह सेक्टर-47 गुरुग्राम स्थित अपने फ्लैट में पहुंची थी। गुुरुग्राम में एक फ्लैट में उसका शव फंदे से लटका हुआ पाया गया। घटना की सूचना पाकर पुलिस उनके फ्लैट में पहुंची। वहां पर फंदे से सिमरन के शव को उतारकर पंचनामा किया गया। उसे नजदीक के पार्क अस्पताल में भी भर्ती कराया गया। डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया। आरजे सिमरन सिंह के शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस सूत्रों के अनुसार सिमरन सिंह का एक दोस्त उसके साथ रह रहा था। उसी ने पुलिस को सिमरन के बारे में सूचना दी। सिमरन सिंह ने रेडियो मिर्ची में भी काम किया था। वर्ष 2021 में सिमरन ने रेडियो जॉकी से नौकरी छोड़ दी थी। इस समय वह फ्री लांसिंग में काम करती थी। मनोरंजन से जुड़े वीडियो बनाती थी। बताया जा रहा है कि सोशल मीडिया पर उसके छह लाख से भी अधिक फॉलोअर्स हैं। सिमरन सिंह और उसके साथियों ने मिलकर सेक्टर- 47 में कोठी नंबर 58 को किराए पर लिया था। सोशल मीडिया पर काफी लोकप्रिय थी और उसकी आखिरी पोस्ट 13 दिन पहले की है। अपनी अंतिम पोस्ट समुद्र तट पर डांस करते हुए वीडियो पोस्ट किया था। पुलिस सूत्रों का कहना है कि आत्महत्या का यह मामला बुधवार का है लेकिन इसका खुलासा बृहस्पतिवार को हुआ। जब उसके परिवारजन पहुंचे तब पता चला है कि वह जम्मू में रेडियो जॉकी की नौकरी 2021 में छोड़कर दिल्ली आ गई और फिर गुरुग्राम में रहने लगी।

Advertisement

उमर, फारूक अब्दुल्ला ने जताया शोक

Advertisement

जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और फारूक अब्दुल्ला ने अपना शोक व्यक्त किया है। उन्होंने अपने बयान में कहा कि सिमरन की आवाज जम्मू और कश्मीर की भावना से मेल खाता था, हमारे क्षेत्र के सांस्कृतिक ताने-बाने में उनका महत्वपूर्ण योगदान याद रहेगा।

Advertisement
×